2. 4.1 द्वंद्व समास में पदों के बीच हाइफ़न रखा जाए।
2.
मुला और मुठा दोनों का द्वंद्व समास बनाकर मुलामुठा आगे बहती है।
3.
मुला और मुठा दोनों नामों का द्वंद्व समास बनाकर मुलामुठा आगे बहती हैं।
4.
५. द्वंद्व समास में पदों के बीच में हाइफन रखा जाए, जैसे-राम-लक्ष्मण, शिव-पार्वती-संवाद।
5.
३ २) मैं ही अकार अक्षरों में हूँ, द्वंद्व समास समासों में हूँ.
6.
जिस समास के दोनों पद प्रधान होते हैं तथा विग्रह करने पर ‘और ', अथवा, ‘या', एवं लगता है, वह द्वंद्व समास कहलाता है।
7.
निराला की उदात्तता-करुणोदात्तता-तब और हमें मथती है जब उनके भाव और अभाव का द्वंद्व समास घटित होता है ।
8.
जिस समास के दोनों पद प्रधान होते हैं तथा विग्रह करने पर ‘और ', अथवा, ‘या', एवं लगता है, वह द्वंद्व समास कहलाता है।
9.
एक होने का स्वप्न लिए हमने समय से संधि की थी पर न समय बदला ना हम ना तुम एक स्वर ना हो पाए कभी आज भी केवल जुडे हुए से द्वंद्व के भीतर खडे हुए से एक शब्द नही बस समूह भर बन कर रहते हैं शायद हमारे रिश्ते को द्वंद्व समास कहते हैं
10.
द्वंद्व समास एक होने का स्वप्न लिए हमने समय से संधि की थी पर न समय बदला ना हम ना तुम एक स्वर ना हो पाए कभी आज भी केवल जुडे हुए से द्वंद्व के भीतर खडे हुए से एक शब्द नही बस समूह भर बन कर रहते हैं शायद हमारे रिश्ते को द्वंद्व समास कहते हैं जो किया नही.... प्रिये.....